नव नियुक्त एसपी ऋचा तोमर की पहली संपर्क सभा: अनुशासन, संवेदनशीलता और सेवा भाव पर दिया विशेष जोर

डीडवाना – कुचामन जिले की नव नियुक्त पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर ने डीडवाना पुलिस लाइन परिसर में गुरुवार सुबह अपनी पहली संपर्क सभा आयोजित की। यह सभा पुलिस विभाग के भीतर संवाद, अनुशासन और सेवा भाव को लेकर एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुई। एसपी ऋचा तोमर ने न केवल पुलिसकर्मियों को विभागीय गरिमा बनाए रखने के लिए प्रेरित किया, बल्कि उनकी व्यक्तिगत और विभागीय समस्याओं को भी गंभीरता से सुना और समाधान का भरोसा दिलाया।

सभा की अध्यक्षता स्वयं एसपी ऋचा तोमर ने की, जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु शर्मा, वृताधिकारी धरम पूनिया, संचित निरीक्षक महेन्द्र सिंह, डीडवाना थाना के उप निरीक्षक अयूब खां, खुनखुना थानाधिकारी देवीलाल, मौलासर थानाधिकारी जितेन्द्र सिंह, महिला थाना डीडवाना के थानाधिकारी राजेश कुमार सहित पुलिस अधीक्षक कार्यालय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय, समस्त थाना एवं पुलिस लाइन में पदस्थापित अधिकारी, कर्मचारी एवं मंत्रालयिक स्टाफ उपस्थित रहे।

अनुशासन और वर्दी का सम्मान सर्वोपरि

एसपी ऋचा तोमर ने अपने संबोधन की शुरुआत अनुशासन से की। उन्होंने कहा कि “पुलिसकर्मी वर्दीधारी अनुशासित सैनिक होते हैं, जिनका व्यवहार समाज के लिए आदर्श होना चाहिए।” उन्होंने वर्दी में श्रेष्ठ टर्नआउट, भाषा में विनम्रता और आचरण में मर्यादा बनाए रखने पर जोर दिया। साथ ही हेलमेट के उपयोग और ड्यूटी के दौरान नशामुक्त रहने की सख्त हिदायत दी।

संवेदनशील पुलिसिंग की दिशा में सार्थक पहल

एसपी ने आमजन के साथ संवाद को मजबूत करने की बात कही। उन्होंने कहा कि थानों में आने वाले हर परिवादी की बात संवेदनशीलता से सुनी जाए और उसके प्रकरण का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने जनविश्वास बनाए रखने को पुलिस की सबसे बड़ी जिम्मेदारी बताया।

अपराधियों से दूरी और सोशल मीडिया की सतर्कता

ऋचा तोमर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि किसी भी आपराधिक तत्व से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संबंध विभागीय अपराध माना जाएगा। उन्होंने पुलिसकर्मियों को सोशल मीडिया के प्रयोग में भी सावधानी बरतने की हिदायत दी और विभाग से जुड़ी गोपनीय जानकारियां साझा न करने की चेतावनी दी।

राज्य स्तरीय प्राथमिकताओं पर विशेष ध्यान

एसपी ने राज्य स्तर पर निर्धारित प्राथमिकताओं जैसे महिला सुरक्षा, साइबर क्राइम, मादक पदार्थों की तस्करी और संगठित अपराध पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने लंबित प्रकरणों का शीघ्र समाधान करने के लिए प्रभावी अनुसंधान पर जोर दिया।

आपसी सम्मान और यातायात नियमों की पालना


एसपी ऋचा तोमर ने सभी पुलिसकर्मियों को आपसी सहयोग और सम्मान के साथ कार्य करने की सलाह दी। उन्होंने यातायात नियमों के पालन को भी अनिवार्य1 बताया और कहा कि पुलिसकर्मी स्वयं उदाहरण प्रस्तुत करें ताकि आमजन भी नियमों का पालन करें।

अपराधियों से गठजोड़ किसी सूरत में नहीं


एसपी तोमर ने पुलिसकर्मियों को सख्त हिदायत दी कि अपराधियों से किसी भी प्रकार का गठजोड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस की छवि आमजन में तभी मजबूत बनेगी, जब वह पूरी तरह निष्पक्ष और अपराध मुक्त माहौल के लिए काम करेगी।

समस्याएं सुनीं, समाधान का दिया भरोसा

सभा के दौरान कर्मचारियों ने अपनी व्यक्तिगत और विभागीय समस्याएं प्रस्तुत कीं, जिनके समाधान के लिए एसपी ने संबंधित शाखा प्रभारियों को मौके पर ही आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। यह पहल पुलिसकर्मियों के मनोबल को बढ़ाने वाली रही और उनके भीतर भरोसा उत्पन्न हुआ कि समस्याओं का समाधान अब त्वरित होगा।

नशे से दूर रहें, परिवादियों की करें संवेदनशील सुनवाई


संपर्क सभा में एसपी ने नशामुक्ति पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस बल को खुद नशे से दूर रहकर समाज में नशे के खिलाफ जागरूकता फैलानी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि थानों में आने वाले परिवादियों की बात संवेदनशीलता से सुनी जाए और उन्हें न्याय दिलाने के लिए तत्परता से कार्य किया जाए।

निरीक्षण और व्यवस्थाओं का जायजा

सभा के उपरांत एसपी ऋचा तोमर ने पुलिस लाइन के विभिन्न भवनों, बैरकों, मैस, कोतवाली एवं एम.टी. शाखा का निरीक्षण किया। उन्होंने साफ-सफाई, रखरखाव और व्यवस्थाओं की समीक्षा की और संचित निरीक्षक को सुधार हेतु आवश्यक निर्देश दिए।

संवेदनशील नेतृत्व की झलक

एसपी ऋचा तोमर की यह पहली बड़ी संपर्क सभा अनुशासन, संवेदनशीलता और कर्तव्यनिष्ठा का उदाहरण बनी। उनके नेतृत्व की पहली झलक में ही यह साफ हो गया कि वे न केवल प्रशासनिक दक्षता रखती हैं, बल्कि मातहतों की समस्याओं को सुनने और सुलझाने के प्रति भी संवेदनशील हैं।

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