हरियाली अमावस्या के पावन अवसर पर डीडवाना में सीवीर तेजाजी सेवा संस्थान डीडवाना की ओर से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक अनुकरणीय पहल की गई। संस्थान ने वीर तेजाजी मंदिर परिसर नागौर रोड डीडवाना तथा मिल्खा सैनिक स्कूल व डिफेंस एकेडमी परिसर में सामूहिक रूप से पौधारोपण कर हरियाली का संदेश दिया।
संस्थान के अध्यक्ष एडवोकेट हीरसिंह बलारा और सचिव रामाकिशन खीचड़ ने इस अवसर पर कहा, “प्रकृति बचेगी तो मानवता बचेगी। यह हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है कि धरती मां को फिर से हरा-भरा बनाया जाए। हर व्यक्ति को कम से कम एक पौधा लगाकर उसे बच्चे की तरह पालना चाहिए ताकि अगली पीढ़ियों को शुद्ध वायु और रोगमुक्त जीवन मिल सके।”

कार्यक्रम में राष्ट्रीय पर्यावरण संवर्धन परिषद के निदेशक डॉ. सोहन चौधरी ने संबोधित करते हुए कहा, “हमारे जीवन का आधार पेड़ हैं, जो हमें न केवल ऑक्सीजन देते हैं बल्कि जलवायु को संतुलित रखते हैं। इस वर्षा ऋतु में हमें अधिक से अधिक पौधे लगाकर ‘एक पौधा मां के नाम’ जैसे अभियानों को जन आंदोलन बनाना चाहिए। यदि हम प्रकृति से प्रेम करेंगे, तो प्रकृति भी हमारी रक्षा करेगी।”
सहयोगी वक्ता व्याख्याता भैराराम बेड़ा ने भी पौधारोपण को जीवनदायिनी परंपरा बताते हुए अधिकाधिक भागीदारी की अपील की।

इस दौरान कार्यक्रम में कोषाध्यक्ष मनरुपाराम पलसानिया, नानूराम सुंडा, राजेश डोड़वाडिया, राजेंद्र रेवाड़, भंवरलाल रणवां, कमल बुगालिया, शिवराज नोजल, डी.आर. जाखड़, जितेंद्र पूनिया, बाबूलाल पलसानिया, एडवोकेट भरत बलारा, नानूराम सींवर और मदन पलसानिया जैसे जागरूक नागरिकों की उपस्थिति ने आयोजन को सफल और प्रेरणादायक बना दिया।
संस्थान ने इस पहल को आगे भी नियमित रूप से जारी रखने का संकल्प लिया है, जिससे डीडवाना को हरियाली की नई पहचान दी जा सके।