ग्राम पंचायत पलाड़ा में राजस्थान सरकार के महत्वाकांक्षी ‘मेरा वृक्ष – मेरा परिवार’ मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाभियान को उत्सव की तरह मनाया गया। यह आयोजन न केवल पौधारोपण का कार्यक्रम था, बल्कि पर्यावरण जागरूकता, सामाजिक एकता और सामूहिक संकल्प का जीवंत उदाहरण भी बना।

कार्यक्रम में गांव के सभी तबकों के लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में तहसीलदार कैलाश इनाणिया ने कहा कि “हर व्यक्ति यदि एक पौधे को अपने परिवार का सदस्य मानकर उसका पालन-पोषण करे, तो आने वाली पीढ़ियों को एक हरा-भरा भविष्य मिल सकता है। यह अभियान सिर्फ सरकार की योजना नहीं, हम सभी की जिम्मेदारी है।”

भाजपा जिला उपाध्यक्ष नागौर देहात विजय सिंह पलाड़ा ने अपने उद्बोधन में कहा कि “वृक्ष लगाने से बड़ा कोई पुण्य नहीं, यह सिर्फ आज के लिए नहीं, बल्कि आने वाले वर्षों के लिए जीवनदायिनी सौगात है। ग्रामीणों ने जिस उत्साह से भाग लिया है, वह सराहनीय है और यही जनभागीदारी किसी भी अभियान की सफलता की कुंजी होती है।”

खनिज अभियंता ललित मंगल ने तकनीकी दृष्टिकोण से समझाते हुए उपस्थित लोगों को संदेश दिया कि“वृक्ष जहां एक ओर पर्यावरण को संतुलित रखते हैं, वहीं जल संरक्षण, भूमि की उर्वरता और जैव विविधता को भी बढ़ाते हैं। हमें सिर्फ पौधे लगाने नहीं, बल्कि उन्हें संरक्षित करने की जिम्मेदारी भी निभानी होगी।”
इस अभियान में जेईएन राजेश प्रजापत, रूपपुरा सरपंच प्रतिनिधि मनोहर सिंह रूपपुरा, पंचायत समिति सदस्य सहित कई गणमान्य नागरिक एवं ग्रामीण शामिल हुए। भामाशाह पाबूधाम हनुमान महाराज की उपस्थिति ने धार्मिक और सामाजिक पक्ष को और मजबूत किया।

कार्यक्रम के दौरान अनेक प्रजातियों के छायादार, फलदार और औषधीय पौधे रोपे गए। हर पौधे के साथ एक परिवार को जोड़ा गया, जिससे पौधों की देखभाल सुनिश्चित हो सके। स्कूल के बच्चों ने पर्यावरण थीम पर नारे लगाए और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से पेड़ों का महत्व समझाया।
ग्रामीणों ने इसे त्योहार की तरह मनाया, जिसमें न सिर्फ पौधारोपण हुआ, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की सामूहिक शपथ भी ली गई। यह आयोजन पलाड़ा के इतिहास में एक यादगार दिन के रूप में दर्ज हो गया – जहां धरती को हरियाली का तोहफा मिला और समाज ने प्रकृति के साथ अपने रिश्ते को फिर से सींचा।