मकराना (डीडवाना-कुचामन)। मकराना-मंगलाना टोल प्लाजा पर हो रही टोल वसूली के खिलाफ मकराना विधायक जाकिर हुसैन गैसावत का हौसला उस वक्त और चर्चा में आ गया जब उनके स्वास्थ्य परीक्षण में शुगर लेवल 370 निकला, बावजूद इसके वे बीते 11 घंटों से लगातार धरने पर डटे हुए हैं। इस जज़्बे को देखकर संगमरमर व्यवसायी अजीज गहलोत ने कहा, “विधायक जाकिर हुसैन गैसावत क्षेत्र की जनता के लिए जिस तरह अपने स्वास्थ्य की परवाह किए बिना धरने पर बैठे हैं, वह मिसाल है। यह लड़ाई सिर्फ टोल के खिलाफ नहीं, बल्कि आमजन के हक के लिए है।”

सोमवार दोपहर 12 बजे से शुरू हुआ यह अनिश्चितकालीन धरना रात होते-होते भी थमा नहीं है और विधायक अपने समर्थकों के साथ अभी भी धरना स्थल पर मौजूद हैं। विधायक जाकिर हुसैन गैसावत ने साफ कहा – “जब तक मांगें नहीं मानी जातीं, मैं यहां से नहीं उठूंगा।”

धरने में मकराना विधायक के साथ परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया भी शुरू से मोर्चा संभाले हुए हैं। उन्होंने कहा, “हमारी यह लड़ाई जनता के अधिकारों की है। ग्रामीणों से जबरन टोल वसूली सरासर गलत है। जब तक टोल कंपनी 20 किलोमीटर के दायरे के ग्रामीणों को छूट नहीं देती, हम नहीं हटेंगे।” दोनों नेताओं ने रात का भोजन भी धरना स्थल पर समर्थकों के साथ किया और फिर दोबारा वहीं डटे रहे।

क्या है विवाद?
मंगलाना-मकराना-बिदियाद हाईवे पर हाल ही में नया टोल प्लाजा शुरू किया गया है, जहां निजी वाहनों से भी टोल वसूली की जा रही है। स्थानीय ग्रामीणों और व्यापारियों का कहना है कि टोल कंपनी 20 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले ग्रामीणों से भी शुल्क वसूल रही है, जो कि नियमों के खिलाफ है।
सुबह से लेकर रात तक चली कोशिशें
धरने की शुरुआत से पहले विधायक जाकिर हुसैन गैसावत, विधायक रामनिवास गावड़िया सहित अन्य जनप्रतिनिधि मकराना उपखंड कार्यालय पहुंचे और प्रशासन के साथ वार्ता की।

बैठक में उपखंड अधिकारी अंशुल सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जिनेंद्र जैन, टोल कंपनी के अधिकारी, व्यापार मंडल अध्यक्ष रियाज गौड़, संगमरमर व्यवसायी अजीज गहलोत और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए लेकिन बातचीत विफल रही । हालांकि दूसरी कोशिश के रूप में एडीएम स्तर तक पहुंची बातचीत भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी, जिससे नाराज होकर नेताओं ने धरना जारी रखने का ऐलान कर दिया।

विधायक बोले – “नियमों के खिलाफ है टोल वसूली”
धरने के दौरान मकराना विधायक जाकिर हुसैन गैसावत ने कहा, “यह टोल वसूली पूरी तरह से नियमों के विरुद्ध है। स्थानीय निवासियों को टोल से मुक्त किया जाना चाहिए। जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जाएंगी, आंदोलन जारी रहेगा।”
वहीं परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया ने कहा, “यह टोल केवल जनता की जेब काटने का तरीका है। जब सरकार खुद कह चुकी है कि 20 किलोमीटर के भीतर के वाहनों से टोल नहीं लिया जाएगा, तो यह नियम मकराना में क्यों नहीं लागू हो रहा?”

सांसद हनुमान बेनीवाल भी जता चुके हैं नाराजगी
इस टोल विवाद पर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी पहले ही नाराजगी जता चुके हैं। उन्होंने कहा था कि सड़क समिति की बैठक में यह निर्णय हो चुका है कि 20 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले ग्रामीणों से टोल नहीं लिया जाएगा, फिर प्रशासन इसे लागू क्यों नहीं कर रहा?

व्यापारी भी साथ में
संगमरमर व्यापार मंडल के अध्यक्ष रियाज गौड़ और व्यवसायी अजीज गहलोत ने भी धरने में भाग लेते हुए कहा कि टोल से व्यापारियों को भारी नुकसान हो रहा है। इस इलाके से हजारों की संख्या में लोकल वाहन गुजरते हैं, ऐसे में टोल वसूली अनुचित है।
प्रशासन का पक्ष
डीडवाना-कुचामन जिला कलेक्टर डॉक्टर महेंद्र खड़गावत ने बताया कि टोल प्लाजा को लेकर ग्रामीणों की मांग राज्य सरकार को भेज दी गई है। टोल सरकारी नियमों के तहत स्थापित किया गया है, इसलिए सरकार जो निर्णय देगी, उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

यातायात प्रभावित, आंदोलन जारी
धरने के चलते टोल गेट पर यातायात व्यवस्था भी बाधित हुई है। फिलहाल आंदोलन शांतिपूर्ण है, लेकिन प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई हैं क्योंकि यह मामला अब राजनीतिक और जनसरोकार का बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है।
फिलहाल, विधायक जाकिर हुसैन गैसावत की तबीयत बिगड़ने के बावजूद उनके जुझारू तेवर और विधायक गावड़िया की सक्रिय भागीदारी इस आंदोलन को और मजबूती दे रही है। अब सभी की निगाहें सरकार के अगले फैसले पर टिकी हैं ।