डीडवाना – कुचामन , जिले में कानून-व्यवस्था को और सख्त बनाने की दिशा में नवपदस्थापित पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर ने मंगलवार को अपनी पहली क्राइम मीटिंग में अधिकारियों को दो टूक कह दिया—अपराधियों के खिलाफ अब कार्रवाई आधी नहीं, पूरी होगी और असरदार भी! एसपी कार्यालय स्थित सभागार में आयोजित इस बैठक में पूरे जिले के पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि अपराधियों के लिए अब कोई छूट नहीं, उन्हें या तो सुधरना होगा या सलाखों के पीछे जाना होगा।

अध्यक्षता कर रहीं एसपी ऋचा तोमर ने अपराध नियंत्रण को लेकर जो तेवर दिखाए, उससे यह साफ हो गया कि अब डीडवाना-कुचामन जिले में अपराधियों की खैर नहीं। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डीडवाना हिमांशु शर्मा, एएसपी कुचामन नेमीचंद खारिया, एएसपी परबतसर जिनेन्द्र जैन सहित सभी वृताधिकारी और थानाधिकारी मौजूद रहे।
एसपी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपराधियों पर नियंत्रण के लिए सुनियोजित, तकनीकी और आक्रामक रणनीति अपनाई जाए। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि हिस्ट्रीशीटर और हार्डकोर अपराधियों की हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी जाए, उनकी फाइलें अपडेट की जाएं और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। स्थायी वारंटियों की सूची को अपडेट कर उनकी शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए, ताकि लंबे समय से लंबित मामलों में तेजी लाई जा सके।
अब हर गुनाह का मिलेगा जवाब—सप्ताहभर चलेगा विशेष अभियान
एसपी तोमर ने यह भी घोषणा की कि अपराधों की रोकथाम के लिए जिले में एक विशेष साप्ताहिक अभियान शुरू किया जाएगा, जिसमें जिले के सभी थाने सक्रिय भागीदारी निभाएंगे। इस अभियान में लूट, चोरी, स्नैचिंग जैसे प्रकरणों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा और इन मामलों में न केवल त्वरित कार्रवाई होगी, बल्कि बरामदगी प्रतिशत भी बढ़ाया जाएगा।
गुंडों की अब नहीं चलेगी गुंडागर्दी
एसपी ने कहा कि हर थाना क्षेत्र में सक्रिय गुंडों और बदमाशों की टॉप-10 सूची बनाई जाए और उनके खिलाफ कठोर धाराओं में कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि संगठित अपराधियों और गैंगों की पहचान कर थाने के वृताधिकारी स्वयं उनकी मॉनिटरिंग करें और बिना देरी के कार्रवाई अमल में लाएं।

नशा व हथियार तस्करों पर जीरो टॉलरेंस
मादक पदार्थों की तस्करी और अवैध हथियारों के कारोबार को लेकर एसपी का रुख बेहद सख्त रहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस प्रकार के मामलों में जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्यवाही होनी चाहिए और तस्करों को किसी भी सूरत में बख्शा न जाए।
साइबर क्राइम पर हाईटेक तैयारी
तेजी से बढ़ते साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए एसपी ने साइबर हेल्प डेस्क को तकनीकी रूप से दक्ष बनाने के निर्देश दिए, ताकि आम जनता की शिकायतों का त्वरित समाधान किया जा सके। उन्होंने बताया कि गुम मोबाइलों की ट्रेसिंग और बरामदगी के लिए अगले सप्ताह से एक विशेष अभियान भी शुरू किया जाएगा।

सोशल मीडिया पर स्टंटबाजों की होगी पहचान
सोशल मीडिया पर हथियारों का प्रदर्शन, स्टंटबाजी या किसी प्रकार की ‘हवाबाजी’ करने वाले युवाओं पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। ऐसे मामलों में सख्त कानूनी कार्रवाई होगी ताकि सोशल मीडिया का दुरुपयोग रोका जा सके।
सांप्रदायिक मामलों में संवेदनशीलता और तत्परता जरूरी
एसपी ने सभी थानों को निर्देशित किया कि सांप्रदायिक घटनाओं या विवादों पर तुरंत संज्ञान लें और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। उन्होंने यह भी कहा कि अपहरण और गुमशुदगी के मामलों में पुराने पैटर्न का विश्लेषण कर रोकथाम के लिए प्रिवेंटिव एक्शन लिए जाएं।
बीट पुलिसिंग को मिलेगा डिजिटल अपडेट
एसपी ने बीट पुलिसिंग को और मजबूत बनाने की बात करते हुए कहा कि बीट कांस्टेबलों को तकनीकी रूप से प्रशिक्षित किया जाए और बीट बुक में हर गतिविधि का सही और नियमित इंद्राज सुनिश्चित किया जाए।

नाबालिग चालकों पर कसेगा शिकंजा
नाबालिग वाहन चालकों के मामले में सख्त रुख अपनाते हुए एसपी ने कहा कि ऐसे चालकों को तुरंत डिटेन कर उनके अभिभावकों को समझाइश दी जाए। यदि दुबारा ऐसी गलती होती है तो कानूनी कार्रवाई से परहेज न किया जाए।
नवीन आपराधिक कानूनों का प्रभावी उपयोग
ऋचा तोमर ने यह भी जोर दिया कि नए आपराधिक कानूनों की धाराओं का अनुसंधान और कार्यवाही में अधिकतम और प्रभावी उपयोग किया जाए, जिससे न्यायिक प्रक्रिया में पारदर्शिता और मजबूती बनी रहे।
हथियार प्रशिक्षण और सुरक्षा तैयारियों पर भी फोकस
उन्होंने थानों पर कार्यरत पुलिसकर्मियों को नियमित रूप से हथियारों का प्रशिक्षण देने और मॉक ड्रिल आयोजित करने के निर्देश दिए, ताकि इमरजेंसी स्थिति में पुलिस बल तत्पर और प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया दे सके।

त्योहारों और आयोजनों पर सुरक्षा का नया खाका
आगामी त्योहारों और मेलों को देखते हुए एसपी ने आयोजकों से पूर्व संपर्क कर सुरक्षा व्यवस्था की पहले से योजना बनाने पर जोर दिया।
बैठक का समापन—’सतर्कता, सजगता और समर्पण’ का मंत्र
बैठक के अंत में एसपी ऋचा तोमर ने सभी अधिकारियों को चेताया कि वे सिर्फ औपचारिकता निभाने वाली पुलिसिंग नहीं, बल्कि सजग, तकनीकी दक्ष और समर्पित पुलिसिंग करें। उन्होंने कहा कि अपराध को सिर्फ संख्या नहीं, बल्कि समाज पर हमला माना जाए और हर गुनाह के खिलाफ पुलिस को जवाब देना ही होगा।

एसपी ऋचा तोमर की पहली क्राइम बैठक में सख्त निर्देशों की बौछार हुई है। उम्मीद कि जानी चाहिए कि अब डीडवाना-कुचामन में अपराधियों के ‘अच्छे दिन’ खत्म होंगे। अगर एसपी तोमर के निर्देश कागजी ना रहे और धरातल पर उतरे , तो आने वाले दिनों में जिले में पुलिस की सक्रियता और चौकसी की नई तस्वीर देखने को मिल सकती है —जहाँ अपराध छुप नहीं सकेगा और कानून नहीं थमेगा।