राजस्थान में गौ रक्षा और पशुधन कल्याण के लिए ठोस नीति निर्माण की मांग को लेकर युवा हिन्दू गौ रक्षा सेवा समिति मकराना ने मंगलवार को जयपुर में कैबिनेट मंत्री (गोपालन विभाग) जोराराम कुमावत से शिष्टाचार भेंट की। समिति के संस्थापक पूरणमल (सुरेश कुमावत) के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री जोराराम कुमावत को स्मृति चिन्ह एवं दुपट्टा भेंट कर सम्मानित किया।

भेंट के दौरान मंत्री जोराराम कुमावत ने मंत्री को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा जिसमें राजस्थान में गौ सेवा को सुदृढ़ और प्रभावी बनाने हेतु 10 प्रमुख बिंदुओं को शामिल किया गया। उन्होंने अवगत कराया कि समिति पिछले 10 वर्षों से मकराना के मंगलाना रोड, न्यू बाईपास स्थित ‘गौमाता सर्किल’ पर घायल व पीड़ित गौवंशों की सेवा व उपचार में संलग्न है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में गौ सेवा की दिशा में एक समर्पित नीति की अत्यंत आवश्यकता है।
ज्ञापन में शामिल प्रमुख सुझाव निम्नलिखित हैं:
- राज्य स्तरीय व्यापक गौ संरक्षण नीति लागू की जाए।
- पंजीकृत गौशालाओं को निशुल्क पशु चिकित्सा सेवाएं व दवाएं प्रदान की जाएं।
- सरकारी भूमि आवंटित कर नंदी शालाएं स्थापित की जाएं।
- पॉलिथीन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए ताकि गौवंश की अकाल मृत्यु रोकी जा सके।
- गौ माता को ‘राष्ट्रीय गौ माता’ घोषित किया जाए।
- गौ चिकित्सालय चलाने वाली संस्थाओं को विशेष आर्थिक अनुदान दिया जाए।
- मध्यप्रदेश की तर्ज पर सड़कों पर घूमते मवेशियों की रोकथाम, टैगिंग अनिवार्यता और उल्लंघन पर जुर्माना जैसे प्रावधान लागू किए जाएं।
- राज्य स्तर पर अद्यतन पशुधन रिपोर्ट तैयार कर योजनाओं की रूपरेखा बनाई जाए।
- डिजिटल निगरानी प्रणाली विकसित कर जिला स्तर पर निगरानी कक्ष स्थापित किए जाएं।
- नीति निर्माण में अनुभवी संस्थाओं और विशेषज्ञों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
इस भेंट के दौरान नेशनल जनमंडल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष दौलतराम पेसिया भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने भी गौ सेवा को लेकर समिति की कार्यशैली की सराहना की और सुझावों को प्रभावी बताया।

सुरेश कुमावत ने आग्रह किया कि उक्त मांगों पर गंभीरता से विचार कर शीघ्र निर्णय लिए जाएं, ताकि राजस्थान गौ रक्षा और पशुधन कल्याण के क्षेत्र में आदर्श बन सके।
इस अवसर पर पशुधन सहायक मुकेश रैगर, नवीन सैनी, विवेक सैनी सहित समिति के अन्य पदाधिकारी व सदस्य भी उपस्थित रहे।