चमकते फल, छिपा ज़हर! केमिकल से पकाए फल बन सकते हैं बीमारियों की वजह


गर्मी के इस मौसम में मीठे फलों के पीछे छिपे ज़हर से सावधान रहने की ज़रूरत है। डीडवाना – कुचामन जिले के खाद्य सुरक्षा विभाग ने एक विशेष अभियान के तहत फलों की गुणवत्ता की जांच शुरू की है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग ने कुचामन सिटी का दौरा कर ,यहां बने फलों के कोल्ड स्टोरेज काऔचक निरीक्षण कर कोल्ड स्टोरेज से फल के नमूने लिए और केमिकल से पकाए जा रहे फलों पर कड़ी आपत्ति जताई।

डीडवाना – कुचामन जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. नरेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि आम, केला, तरबूज, खरबूज जैसे मौसमी फलों को तेजी से पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड जैसे खतरनाक रसायनों का उपयोग किया जा रहा है। वहीं अंगूर और तरबूज पर वैक्स व कीटनाशक अवशेष पाए जाने की भी आशंका है, जो सेहत के लिए गंभीर खतरा बन सकते हैं।

क्या कहते हैं अधिकारी?
खाद्य सुरक्षा अधिकारी बाबूलाल चौधरी ने बताया कि इन रसायनों का उपयोग न केवल फलों की गुणवत्ता को बिगाड़ता है, बल्कि यह खाद्य सुरक्षा व मानक अधिनियम 2006 का खुला उल्लंघन भी है।

उन्होंने कहा कि चमकदार फल या जल्दी पकने वाले फल अधिकतर केमिकल युक्त होते हैं, जिससे पेट की बीमारियां, एलर्जी, या गंभीर मामलों में कैंसर तक का खतरा हो सकता है।

जारी हुआ अलर्ट – फलों को धोकर ही करें इस्तेमाल
डॉ. चौधरी ने अपील की कि लोग केवल विश्वसनीय विक्रेताओं से ही फल खरीदें और उन्हें खाने से पहले अच्छी तरह धो लें। सड़े-गले या अत्यधिक चमकदार फलों से परहेज करें।

प्रवर्तन कार्रवाई जारी
उन्होंने बताया की कुचामन सिटी सहित पूरे जिले में थोक और रिटेल फल विक्रेताओं से आम, केला, तरबूज, अनार आदि के नमूने लिए जा रहे हैं। कोल्ड स्टोरेज में भी निरीक्षण कर रसायन के उपयोग की जांच की गई। विभाग ने सभी विक्रेताओं को साफ निर्देश दिए हैं कि वे किसी भी प्रकार का केमिकल उपयोग न करें, अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


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