डीडवाना उपखंड के गाँव बालिया के भाग संख्या 64 के बीएलओ अयूब कुरैशी ने अपना काम जिस समर्पण, निष्ठा और त्वरित गति के साथ पूरा किया है, वह पूरे जिले के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बन गया है। ऐसे समय में, जब राज्यभर में बढ़ते दबाव के कारण बीएलओ मानसिक तनाव और आत्महत्या जैसे कदम तक उठाने को मजबूर हुए हैं, वहीं अयूब कुरैशी ने अपने दायित्व को न केवल गंभीरता से निभाया, बल्कि उसे समय सीमा से काफी पहले शत-प्रतिशत परिणाम के साथ पूरा कर प्रशासन को चौंका दिया।
अयूब कुरैशी के उत्कृष्ट प्रदर्शन और उनकी कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए डीडवाना SDM विकास मोहन भाटी और तहसीलदार ओम प्रकाश मेव ने उन्हें सम्मानित किया। सम्मान समारोह के दौरान SDM विकास मोहन भाटी ने कहा, अयूब कुरैशी जैसे अधिकारी प्रशासन की रीढ़ होते हैं। जिस समर्पण के साथ इन्होंने कार्य को पूरा किया है, वह अन्य बीएलओ के लिए प्रेरणा है। समय से पहले 100% उपलब्धि हासिल करना आसान नहीं है, लेकिन अयूब कुरैशी ने इसे साबित कर दिखाया है।
तहसीलदार ओमप्रकाश मेव ने भी अयूब की कार्यकुशलता की सराहना करते हुए कहा कि अयूब कुरैशी ने यह दिखा दिया कि यदि नीयत साफ हो और लक्ष्य स्पष्ट हो, तो किसी भी जिम्मेदारी को पूरे आत्मविश्वास से पूरा किया जा सकता है। विभाग को ऐसे ही कर्मठ कर्मचारियों की आवश्यकता है।

डीडवाना–कुचामन जिला कलेक्टर महेंद्र खड़गावत ने भी व्यक्तिगत रूप से अयूब अली के कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि अयूब कुरैशी का लक्ष्य समय से पहले पूरा करना बेहद सराहनीय है। ऐसे बीएलओ ही लोकतांत्रिक व्यवस्था की बुनियाद को मजबूत करते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि उनके कार्य से प्रेरित होकर अन्य बीएलओ भी इसी प्रतिबद्धता के साथ अपने दायित्व निभाएंगे।
अयूब कुरैशी की इस उपलब्धि की चर्चा न केवल प्रशासनिक हलकों में है, बल्कि क्षेत्र के आमजन भी उनकी लगन और तत्परता की खुले दिल से प्रशंसा कर रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि जिस ईमानदारी और मेहनत से अयूब ने कार्य पूरा किया है, वह पूरे क्षेत्र के लिए गर्व की बात है।
डीडवाना के बीएलओ अयूब कुरैशी ने साबित कर दिया कि सरकारी जिम्मेदारियां बोझ नहीं, बल्कि समर्पण और सकारात्मक सोच के साथ निभाई जाएँ तो उदाहरण बनती हैं और व्यवस्था को नई दिशा देती हैं।
