कुचामन सिटी में सोमवार को ईद-उल-फितर की खुशियों के बीच खान मोहल्ला की महिलाओं ने इंसाफ की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। ईद की विशेष नमाज अदा होने के बाद, खान मोहल्ला स्थित ईदगाह में महिलाओं ने विरोध-प्रदर्शन कर नगर परिषद सभापति आसिफ खान और उनके भाई, पूर्व पार्षद आरिफ खान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
ईदगाह में गूंजे विरोध के स्वर
महिलाओं का कहना था, “हमारे लड़कों के साथ बहुत गलत हुआ है, हमें इंसाफ चाहिए!” उन्होंने सभापति और उनके भाई आरिफ खान पर साजिश के तहत मोहल्ले के निर्दोष युवकों को झूठे मामलों में फंसाने का आरोप लगाया।
इस दौरान ईदगाह परिसर में पूर्व उपमुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी, एसडीएम सुनील चौधरी, एएसपी नेमीचंद खारिया, पुलिस उपाधीक्षक अरविंद विश्नोई और थानाधिकारी सतपाल सिंह भी मौजूद थे। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन के सामने अपनी नाराजगी जाहिर की, जिस पर महेंद्र चौधरी ने कहा, “आप धैर्य रखें, अंत में सब ठीक होगा।”

बिना वजह पाबंद किए जाने पर भड़का आक्रोश
महिलाओं ने आरोप लगाया कि सभापति आसिफ खान और उनके भाई आरिफ खान ने मोहल्ले की आपसी नाराजगी और अफवाहों को आधार बनाकर चार युवकों को पुलिस से पाबंद करवा दिया। महिलाओं का कहना था कि ईद के दिन हुड़दंग करने की कोई योजना नहीं थी, लेकिन फिर भी युवकों को गलत तरीके से निशाना बनाया गया।
‘पेनड्राइव की कहानी मनगढ़ंत’ – निष्पक्ष जांच की मांग
विरोध कर रही महिलाओं ने दावा किया कि 2024 में कुचामन के बहुचर्चित लारेंस गैंग फिरौती मामले में पुलिस द्वारा चार्जशीट में जिस पेनड्राइव का जिक्र किया गया है, वह कहानी पूरी तरह से मनगढ़ंत है। उन्होंने कहा कि यह युवकों को फंसाने की एक साजिश है और इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
सभापति पर लगाया, सत्ता के दुरुपयोग का आरोप
प्रदर्शन में शामिल खान मोहल्ला के निवासियों ने कहा कि जब से आसिफ खान सभापति बने हैं, तब से इलाके में समस्याएं बढ़ गई हैं। सफाई, बिजली और पानी जैसी मूलभूत जरूरतों की अनदेखी की जा रही है। लोगों ने आरोप लगाया कि सभापति और उनके भाई केवल अपने स्वार्थ की पूर्ति में लगे हैं और जनता की परेशानियों से कोई सरोकार नहीं रखते।

सभापति को पहले से थी विरोध की भनक!
खास बात यह रही कि सभापति आसिफ खान और उनके भाई आरिफ खान को विरोध प्रदर्शन की आहट पहले से ही मिल गई थी। शायद इसी कारण वे नमाज के तुरंत बाद अपनी गाड़ी तक नहीं गए और ईदगाह से पैदल ही निकल गए। बाद में पुलिस ने उनकी गाड़ी उनके घर पहुंचाई।
शहर में निकाली गई परेड पर भी उठाए सवाल
प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने फिरौती मामले में चार युवकों की गिरफ्तारी के बाद शहर में उनकी परेड निकाले जाने की भी कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि, बगैर अपराध साबित हुए और बिना किसी ठोस सबूत के ऐसा करना गलत था और इसके पीछे भी सभापति और उनके भाई की साजिश थी।

अगर न्याय नहीं मिला, तो बढ़ेगा विरोध
प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया और निर्दोष युवकों को न्याय नहीं मिला, तो यह विरोध आगे और उग्र होगा। उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।